किधर जा रहे हो ? आओ जमीर का सौदा करते हैं l नफा-नुकसान की भी तो चाहत होगी तुम्हें ll ये जो टुकड़े से भी छोटी रोटी दे रहे हो मुझे खाने कोl कोई बात नही तस्वीरें लेकर खिलाने की आदत होगी तुम्हें ll


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