कबुतरों के बेष में अब राज़ नहीं मिलते इश्क़ के लिवास को सही काज नहीं मिलते लहर समंदर से जीत ले किनता पर कस्तियों के सर कभी ताज नहीं मिलते.
कबुतरों के बेष में अब राज़ नहीं मिलते इश्क़ के लिवास को सही काज नहीं मिलते लहर समंदर से जीत ले किनता पर कस्तियों के सर कभी ताज नहीं मिलते.
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