बरसन लागि बदरिया रूम झूम के बादर गरजे, बिजुरिया चमके बोलन लागि कोयलिया घूम घूम के बरसन लागि बदरिया रूम झूम के रामदास के गोविंद स्वामी, चरण कमल नित चूम चूम के बरसन लागि बदरिया रूम झूम के


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