जब जब ख्वाबो में तुम्हे सोचा महक उठते है मेरे लफ्ज़ दिल के एहसासों मे डूबी हुई वो एक नज्म हो तुम 💔

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आदमी हूँ कमाल का, इस्तेमाल का नही। दीवाना हूँ शख्सियत का, जमाल का नही। ठोकर पहुँचा दो दिल को मेरे, सम्मान का नही। जी रहा हूँ खुद्दारी से, सवाल मेरे अभिमान का नही।

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UPSC aspirants before preparation UPSC aspirants after five years of preparation


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