धीरे धीरे नैय्या डोले हौले हौले मनवा बोले लहरों के संग होले ओ नांवरी... धीमे धीमे पूर्वा गाए मद्धम मद्धम मेघ छाए भंवर कोई पड ना जाए ओ सांवरी... भीनी भीनी खुशबू जागे झीनी झीनी चन्दन लागे मन कस्तूरी पीछे भागे ओ छांवरी... झलकी झलकी हवा महके ढलकी ढलकी रैना बहके हल्की हल्की आग दहके ओ बांवरी...


0 comments:

Post a Comment