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शायद वो सावन भी आए जो पहला सा रंग न लाए बहन पराए देश बसी हो अगर वो तुम तक पहुँच न पाए याद का दीपक जलाना भैया मेरे, राखी के बंधन को निभाना भैया मेरे, छोटी बहन को ना भुलाना


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